Apple के CEO टिम कुक, जो कभी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पसंदीदा कॉर्पोरेट नेताओं में गिने जाते थे, अब व्हाइट हाउस की आलोचना के निशाने पर हैं। दोनों के रिश्तों में दरार की वजह कुछ ऐसी नीतियां और राजनीतिक दृष्टिकोण हैं, जिन्हें ट्रंप प्रशासन और कुक की सोच के बीच टकराव के रूप में देखा जा रहा है।
ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के दौरान सार्वजनिक रूप से कई बार टिम कुक की तारीफ की थी, यहां तक कि उन्हें "टिम एप्पल" कहने की भूल भी की थी, जो वायरल हो गई थी। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं।
सूत्रों के मुताबिक, Apple द्वारा अमेरिका से बाहर अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस को बनाए रखना, ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति से टकराता रहा है। इसके अलावा, Apple द्वारा कुछ राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर उठाए गए स्टैंड, जैसे कि पर्यावरण नीति, आव्रजन, और डेटा प्राइवेसी पर कंपनी का रुख, ट्रंप की नीतियों के खिलाफ रहा है।
ट्रंप ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “टिम से मेरा अच्छा संबंध था, लेकिन हमारे बीच एक छोटी सी समस्या थी। वह मेरे कुछ फैसलों से सहमत नहीं थे और मैंने भी Apple की कुछ बातों को सही नहीं माना।”
विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद सिर्फ दो शख्सियतों के बीच की टकराहट नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे टेक्नोलॉजी कंपनियां और राजनीतिक नेतृत्व अक्सर अपने हितों को लेकर आमने-सामने आ जाते हैं।
Apple की ओर से अब तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह साफ है कि दोनों के रिश्तों में आई दूरी, अमेरिका की कॉर्पोरेट और राजनीतिक दुनिया में एक नए समीकरण को जन्म दे सकती है।