सिडनी। शुरुआती अल्ज़ाइमर रोग से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। वैज्ञानिकों ने एक नई दवा विकसित की है जो इस गंभीर मस्तिष्क रोग की प्रगति को धीमा करने में मदद करती है। यह दवा आज से योग्य मरीजों के लिए उपलब्ध करा दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि यह दवा शुरुआती चरण के अल्ज़ाइमर से पीड़ित मरीजों को दी जा सकेगी, और इसका उद्देश्य स्मृति हानि तथा मानसिक क्षमता में गिरावट को कम करना है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस दवा का नाम [दवा का नाम यहाँ डालें यदि उपलब्ध हो] है और यह मस्तिष्क में बनने वाले अमाइलॉइड प्लाक को लक्षित कर उसे कम करती है — जो अल्ज़ाइमर रोग की प्रमुख पहचान है।
कौन ले सकता है यह दवा?
यह दवा उन मरीजों के लिए है:
जिनकी अल्ज़ाइमर की पहचान शुरुआती अवस्था में हो चुकी है
जिनकी उम्र और स्वास्थ्य मानकों के अनुसार वे चिकित्सकीय रूप से इस उपचार के लिए योग्य हैं
जिन्हें न्यूरोलॉजिस्ट या विशेषज्ञ चिकित्सक की सिफारिश प्राप्त हो
कैसे प्राप्त करें यह दवा?
चिकित्सकीय परामर्श लें: सबसे पहले किसी पंजीकृत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। वह रोगी के लक्षणों और मस्तिष्क स्कैन के आधार पर योग्य होने की पुष्टि करेंगे।
विशेष केंद्रों पर रजिस्ट्रेशन: सरकार द्वारा अधिकृत अस्पताल या क्लिनिक में पंजीकरण कराना होगा, जहाँ यह दवा उपलब्ध है।
सरकारी सहायता योजना के अंतर्गत लाभ: यदि मरीज योजना के अंतर्गत पात्र होता है, तो इस महंगी दवा की लागत का बड़ा हिस्सा सरकार वहन करेगी।
विशेषज्ञों की राय
डॉ. एंड्रयू चट्टन, जो अल्ज़ाइमर रिसर्च में अग्रणी माने जाते हैं, का कहना है, "यह दवा रोग को पूरी तरह समाप्त नहीं करती, लेकिन इसकी प्रगति को धीमा कर, मरीज और उनके परिवार को बहुमूल्य समय देती है। यह मेडिकल साइंस के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।"
जनता से अपील
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता से अपील की है कि अल्ज़ाइमर के लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें। यदि किसी बुजुर्ग को स्मृति हानि, निर्णय लेने में कठिनाई या व्यवहार में बदलाव दिखे, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।