नई दिल्ली, 26 मई 2025:
कोरोना वायरस एक बार फिर देश में धीरे-धीरे अपने पैर पसारता नजर आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस साल पहली बार देश में सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या 1000 के पार पहुंच गई है। सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि राजधानी दिल्ली में 100 से अधिक संक्रमित मरीज सामने आए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामूली उछाल भले ही फिलहाल गंभीर न दिखे, लेकिन समय रहते सतर्कता बरतना बेहद आवश्यक है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें, हाथों की स्वच्छता बनाए रखें और जरूरत पड़ने पर कोविड टेस्ट जरूर कराएं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी:
डॉक्टरों और विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में बदलाव और लोगों की लापरवाही के चलते संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि अस्पताल में भर्ती होने वाले मामलों की संख्या अभी नियंत्रण में है, लेकिन टेस्टिंग और ट्रैकिंग में ढील नहीं दी जानी चाहिए।
दिल्ली की स्थिति:
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोरोना मामलों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी देखी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटों में 30 से अधिक नए केस दर्ज किए गए हैं। सक्रिय मामलों की कुल संख्या 100 के पार हो चुकी है, जबकि अधिकतर मरीजों में हल्के लक्षण देखे गए हैं।
केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क:
केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। जरूरी दवाओं और मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए समीक्षा बैठकें की जा रही हैं। एयरपोर्ट्स, रेलवे स्टेशनों और अस्पतालों में निगरानी बढ़ाई गई है।
क्या कहती है जनता:
हालांकि आम लोगों में फिलहाल ज्यादा घबराहट नहीं है, लेकिन पिछले अनुभवों को देखते हुए कुछ लोग सतर्कता बरत रहे हैं। बाजारों और मेट्रो जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कुछ लोग फिर से मास्क पहनते नजर आ रहे हैं।
निष्कर्ष:
कोरोना संक्रमण की यह ताजा लहर भले ही छोटी हो, लेकिन इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। विशेषज्ञों और प्रशासन का यही कहना है कि सावधानी में ही सुरक्षा है। समय रहते सतर्क रहना और स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करना ही संक्रमण की इस नई लहर को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है।