70 साल के इतिहास में पहली बार तीनों सेनाओं को मिलेगा 'सेनापति'

Hindi Gaurav :: 15 Aug 2019 Last Updated : Printemail

Image result for 70 साल के इतिहास में पहली बार तीनों सेनाओं को मिलेगा 'सेनापति'स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं को लेकर बड़ा एलान किया है। तीनों सेनाओं में बेहतर तालमेल किए एक नए पद का गठन किया जाएगा। सरकार सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस) का पद गठन करेगी। सीडीएस तीनों सेनाओं का 'सेनापति' होगा। इससे तीनों सेनाओं में तालमेल बढ़ेगा साथ ही तीनों सेनाओं की ताकत भी बढ़ेगी।  

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में सैन्य व्यवस्था, सैन्य शक्ति और सैन्य संसाधन में सुधार पर लंबे अरसे से चर्चा चल रही है। कई कमीशनों के रिपोर्ट आए। सभी रिपोर्टों में कहा गया कि हमारी तीनों सेनाओं जल, थल, नभ के बीच समन्वय तो है, लेकिन आज जैसे दुनिया बदल रही है ऐसे में भारत को टुकड़ों में सोचने से नहीं चलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी पूरी सैन्य शक्ति को एक मुस्त होकर एक साथ आग बढ़ने में काम करना होगा. अब हम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस की व्यवस्था करेंगे। इस पद के गठन के बाद तीनों सेनाओं के शीर्ष स्तर एक प्रभावी नेतृत्व मिलेगा।

अभी चीफ ऑफ स्टाफ (सीओएससी) होता है। चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी में सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुख रहते हैं। सबसे वरिष्ठ सदस्य को इसका चेयरमैन नियुक्त किया जाता है। यह पद वरिष्ठतम सदस्य को रोटेशन के आधार पर रिटायरमेंट तक दिया जाता है।

बता दें कि 1999 में हुए कारगिल युद्ध के बाद देश की सुरक्षा व्यवस्था में कमियों का पता लगाने के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति की पैरवी की थी। राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था में जरूरी सुधारों का विश्लेषण कर रहे एक मंत्री समूह ने भी चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति की पैरवी की थी।

वर्ष 2012 में ‘नरेंद्र चंद्र टास्क फोर्स’ ने चीफ्स ऑफ स्टॉफ कमेटी के स्थायी प्रमुख का पद सृजित करने की अनुशंसा की थी। चीफ्स ऑफ स्टॉफ कमेटी में सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुख होते हैं तथा इनमें सबसे वरिष्ठ व्यक्ति इसका प्रमुख होता है।

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