भारत और ऑस्ट्रेलिया मिलकर आतंक के खिलाफ लड़ेंगे। इस संदर्भ में दोनों ही देशों ने सोमवार को टू प्लस टू बैठक के दौरान अपनी रणनीतिक भागेदारी की व्यापक समीक्षा की। दोनों ही राष्ट्रों ने आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करने पर बल दिया।भारत और ऑस्ट्रेलिया के विदेश व रक्षा सचिवों के बीच तीसरे दौर की वार्ता में क्षेत्रीय सुरक्षा से लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों ही देशों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि और विकास के लिए तय साझा उद्देश्य को पाने पर भी विचार विमर्श किया। समुद्री क्षेत्र में सहयोग करने को लेकर समीक्षा के साथ ही साझा हितों को बचाने के लिए भी सहमति बनी।
बैठक में हाल ही में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय राजनीतिक, आर्थिक, सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग में रिश्तों की मजबूती की प्रगति का भी स्वागत किया गया। क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर भी चर्चा हुई। आतंकी व चरमपंथियों के हिंसात्मक खतरों से निपटने के लिए सूचना का और अधिक आदान-प्रदान करने लिए और सहयोग देने पर जोर दिया गया।
वहीं रक्षा मंत्रालय ने अलग से बयान जारी कर कहा कि दोनों ही देशों ने मौजूदा क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं पर चर्चा की। साथ ही रक्षा उद्योग और तकनीकी पर सहयोग करने के तरीकों को तलाशने पर चर्चा की।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा सचिव अजय कुमार और विदेश सचिव विजय गोखले ने किया जबकि ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के रक्षा सचिव ग्रेग मोरिरेती और विदेश सचिव फ्रांसेस एडमसन ने किया। टू प्लस टू बैठक से पहले दोनों ही देशों के रक्षा सचिवों ने द्विपक्षीय बैठक की।