संसद से दोस्ती नहीं, सेवा का मंच है: फ्रंटबेंच से हटाए जाने पर जेन ह्यूम का भावुक बयान

संसद से दोस्ती नहीं, सेवा का मंच है: फ्रंटबेंच से हटाए जाने पर जेन ह्यूम का भावुक बयान

लिबरल पार्टी की पूर्व फ्रंटबेंच सांसद जेन ह्यूम ने सुसन ले के नए शैडो कैबिनेट से हटाए जाने पर पहली बार सार्वजनिक प्रतिक्रिया दी है। लोकप्रिय टीवी शो 'सनराइज़' में होस्ट नताली बार द्वारा पूछे गए तीखे सवाल – "क्या यह आपकी वर्क फ्रॉम होम नीति के कारण सुसन ले की तरफ से 'पेबैक' था?" – पर ह्यूम ने भावुक और आत्मविश्लेषी बयान दिया।

जेन ह्यूम ने कहा, "अगर आप मुझसे पूछ रहे हैं कि क्या मुझे सुसन के इस फैसले से व्यक्तिगत या पेशेवर चोट पहुंची है, तो हां, बिल्कुल।" उन्होंने स्वीकार किया कि यह कदम उनके लिए झटका था, क्योंकि उन्होंने विपक्ष में एक मेहनती, मुखर और प्रभावशाली भूमिका निभाई थी।

ह्यूम को हालिया चुनाव अभियान में विवादित वर्क फ्रॉम होम नीति और चुनावी बूथों पर चीनी जासूसों को लेकर दिए गए बयानों के कारण आलोचना का सामना करना पड़ा था। माना जा रहा है कि इन्हीं कारणों से उन्हें नई टीम से बाहर किया गया।

ह्यूम ने आगे कहा, "यह कोई स्कूल का खेल का मैदान नहीं है। यह संसद है। मैं यहां दोस्त बनाने नहीं, बदलाव लाने आई हूं। मैं अपने बच्चों, आपके बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के लिए लड़ती रहूंगी – चाहे मैं फ्रंटबेंच पर रहूं या बैकबेंच पर।"

उन्होंने यह भी कहा कि बैकबेंच पर होने से उन्हें पार्टी लाइन या तैयार किए गए बयानों की बाध्यता नहीं रहेगी और वह अब और स्वतंत्र रूप से अपनी बात रख सकेंगी।

ह्यूम और सुसन ले के पुराने संबंधों की तस्वीरें, जैसे 2022 के मिडविंटर बॉल में ली गई तस्वीर, इस राजनीतिक घटनाक्रम को और अधिक व्यक्तिगत रूप देती हैं।

जेन ह्यूम का यह बयान न केवल लिबरल पार्टी के भीतर आंतरिक असंतोष की ओर संकेत करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भविष्य में पार्टी के भीतर और असंतुलन उभर सकते हैं।