व्हाइट हाउस कर रहा यहूदी विरोधी घृणा के खिलाफ लड़ाई, वहीं ट्रंप ने शेयर किया विवादास्पद मीम

व्हाइट हाउस कर रहा यहूदी विरोधी घृणा के खिलाफ लड़ाई, वहीं ट्रंप ने शेयर किया विवादास्पद मीम

वॉशिंगटन – जहां एक ओर व्हाइट हाउस यहूदी विरोधी घृणा के खिलाफ सार्वजनिक स्तर पर अभियान चला रहा है, वहीं  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक विवादास्पद मीम पोस्ट कर नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर एक ऐसा मीम साझा किया, जिसमें पृष्ठभूमि में 'पेपे द फ्रॉग' नजर आ रहा है — एक ऐसा कार्टून कैरेक्टर जिसे श्वेत वर्चस्ववादी और नस्लवादी समूहों द्वारा प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता रहा है।

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने ऐसे प्रतीकों या विवादास्पद शख्सियतों को बढ़ावा दिया है। उनके कार्यकाल और सार्वजनिक जीवन में बार-बार ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जहां उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से श्वेत वर्चस्ववादियों के विचारों को तवज्जो दी है। इस बार की पोस्टिंग ऐसे समय में सामने आई है, जब अमेरिका में यहूदी समुदाय पर बढ़ते हमलों को लेकर चिंता जताई जा रही है और बाइडन प्रशासन ने यहूदी विरोधी नफरत के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है।

व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने ट्रंप की पोस्टिंग पर प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह पोस्ट अमेरिका में सामाजिक एकता को नुकसान पहुंचा सकती है। सोशल मीडिया पर भी इस पोस्ट की तीखी आलोचना हो रही है।

राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे पोस्ट यह संकेत देते हैं कि 2024 के चुनावों से पहले ट्रंप फिर से अपने पुराने विवादास्पद तरीकों का सहारा ले सकते हैं, जिससे वह अपने दक्षिणपंथी समर्थकों को सक्रिय रख सकें। वहीं नागरिक अधिकार संगठनों ने मांग की है कि इस प्रकार के प्रतीकों और संदेशों को सार्वजनिक मंचों पर साझा करने पर कार्रवाई होनी चाहिए।

ट्रंप की ओर से इस मामले पर अब तक कोई सफाई नहीं दी गई है।