सिडनी, जून 2025 — ऑस्ट्रेलिया के कई स्कूलों में अब छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं शिक्षकों की जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित 'एग्ज़ाम बॉट्स' द्वारा जांची जा रही हैं। पारंपरिक तौर पर एक शिक्षक को किसी एक छात्र की परीक्षा कॉपी जांचने में लगभग 30 मिनट लगते थे, लेकिन अब यह काम एग्ज़ाम बॉट्स महज एक मिनट से भी कम समय में पूरा कर रहे हैं।
शिक्षकों और शैक्षिक संस्थानों के अनुसार, यह तकनीक न केवल समय की बचत कर रही है, बल्कि इससे मूल्यांकन की निष्पक्षता और मानकीकरण भी सुनिश्चित हो रहा है। हालांकि, इस बदलाव को लेकर शिक्षा विशेषज्ञों और अभिभावकों के बीच चिंताएं भी उभर रही हैं कि क्या मशीनें बच्चों की रचनात्मकता, सोचने की क्षमता और व्यक्तिगत अभिव्यक्ति को सही रूप से आंक सकती हैं।
न्यू साउथ वेल्स और विक्टोरिया के कई स्कूलों में यह एआई प्रणाली प्रयोग के तौर पर लागू की जा चुकी है। शिक्षक अब इस तकनीक को ‘सहायक उपकरण’ मानते हैं जिससे उन्हें छात्रों की गहन मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए अधिक समय और ऊर्जा मिलती है।
एक हाई स्कूल प्रिंसिपल ने कहा, "हम एआई को शिक्षकों के विकल्प के रूप में नहीं, बल्कि एक पूरक सहयोगी के रूप में देख रहे हैं। यह तकनीक हमें अधिक समय देती है ताकि हम छात्रों की व्यक्तिगत शैक्षिक जरूरतों पर ध्यान दे सकें।"
हालांकि, आलोचक यह भी चेतावनी दे रहे हैं कि तकनीक के अत्यधिक प्रयोग से शिक्षा प्रणाली में मानवीय पहलू खत्म हो सकता है, जिससे छात्र केवल डेटा बिंदु बनकर रह जाएं।
सरकार और शिक्षा विभाग इस तकनीक की निगरानी कर रहे हैं और जल्द ही इस पर व्यापक दिशानिर्देश जारी किए जाने की संभावना है।
निष्कर्ष:
AI आधारित एग्ज़ाम बॉट्स ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा प्रणाली में क्रांति ला रहे हैं, लेकिन इसके साथ ही यह सवाल भी उठा रहे हैं कि शिक्षा में तकनीक और मानवीयता के बीच संतुलन कैसे बनाए रखा जाए।