ट्रंप के आगे नहीं झुकेंगे अल्बनीज: अमेरिका में लोकतंत्र की जीत, ऑस्ट्रेलिया में समाजवादी राजनीति की वापसी

ट्रंप के आगे नहीं झुकेंगे अल्बनीज: अमेरिका में लोकतंत्र की जीत, ऑस्ट्रेलिया में समाजवादी राजनीति की वापसी

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की हालिया जीत को केवल एक घरेलू राजनीतिक सफलता नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर समाजवादी राजनीति के पुनरुत्थान और तथाकथित ट्रंपवाद को अस्वीकार करने के रूप में देखा जा रहा है।

विश्लेषकों का मानना है कि अल्बनीज की सरकार न केवल आर्थिक और सामाजिक नीतियों में संतुलन ला रही है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी स्वतंत्र और आत्मनिर्भर विदेश नीति को स्थापित कर रही है। खासकर अगले महीने उनकी अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से संभावित मुलाकात के मद्देनज़र यह संदेश और भी स्पष्ट होता जा रहा है — अल्बनीज किसी के आगे झुकने या अनावश्यक विनम्रता दिखाने की आवश्यकता नहीं समझते।

हाल ही में अमेरिकी अदालत ने ट्रंप द्वारा लगाए गए व्यापक टैरिफ (आयात शुल्क) को असंवैधानिक बताते हुए खारिज कर दिया। अदालत ने यह स्पष्ट किया कि अमेरिकी संविधान में व्यापार पर नियंत्रण का अधिकार केवल कांग्रेस को प्राप्त है, राष्ट्रपति को नहीं। यह फैसला अमेरिका में लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक बन गया है और इसे अल्बनीज की स्वतंत्र विदेश नीति के लिए भी सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।

एक वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक के अनुसार, "ट्रंप भले ही खुद को दुनिया का नेतृत्वकर्ता मानते हैं, लेकिन लोकतंत्र की बुनियादें अब और मजबूत हो रही हैं। अल्बनीज जैसे नेता इस नए युग की पहचान हैं — जहां समावेशिता, सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय गरिमा को प्राथमिकता दी जा रही है।"

यह घटनाक्रम उस वैश्विक राजनीतिक हवा का हिस्सा है, जिसमें दुनिया भर में दक्षिणपंथी राष्ट्रवाद की जगह अब सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्थन मिल रहा है।

निष्कर्ष:
एंथनी अल्बनीज की जीत केवल ऑस्ट्रेलिया की जनता की आवाज नहीं, बल्कि वैश्विक लोकतांत्रिक मूल्यों की वापसी की एक मजबूत प्रतिध्वनि है। उनकी नीति और नेतृत्व यह संदेश देते हैं कि 21वीं सदी की राजनीति अब झुकने वाली नहीं, बल्कि खड़े होकर संवाद करने वाली है।