तेहरान | 18 जून 2025
ईरान और इज़राइल के बीच चल रहे युद्ध की पृष्ठभूमि में, ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि अमेरिका ने इस संघर्ष में हस्तक्षेप किया, तो उसे "अपूरणीय क्षति" झेलनी पड़ेगी। उन्होंने दो टूक कहा, "ईरान कभी भी समर्पण नहीं करेगा और किसी भी 'थोपी गई शांति' को स्वीकार नहीं करेगा।"
तेहरान से जारी एक आधिकारिक बयान में आयतुल्ला खामेनेई ने पश्चिमी ताकतों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अमेरिकी हस्तक्षेप न केवल क्षेत्र में अशांति को और भड़का देगा, बल्कि अमेरिका के लिए भी गंभीर परिणाम लेकर आएगा।
उन्होंने कहा, “हमारा देश, हमारे लोग और हमारी सेना इस लड़ाई में दृढ़ निश्चय के साथ खड़े हैं। हम किसी भी विदेशी हस्तक्षेप को नाकाम करेंगे और अगर अमेरिका इस आग में कूदने की कोशिश करेगा, तो उसे ऐसी क्षति पहुंचेगी जिसे वह कभी ठीक नहीं कर पाएगा।”
यह चेतावनी उस समय आई है जब अमेरिका और उसके सहयोगी पश्चिमी देश इज़राइल को समर्थन दे रहे हैं, जबकि ईरान ने इज़राइल पर जवाबी कार्रवाई तेज़ कर दी है। खामेनेई के इस बयान से यह स्पष्ट है कि आने वाले दिन इस टकराव में और अधिक उग्रता ला सकते हैं।
क्षेत्रीय और वैश्विक कूटनीतिक मंचों पर अब यह सवाल गूंजने लगा है कि क्या यह संघर्ष एक बड़े युद्ध में तब्दील हो सकता है, और क्या अमेरिका इस टकराव से खुद को दूर रख पाएगा?