ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लौटे विलुप्त प्रजाति के जीव, 25 किलोमीटर लंबी बाड़ से सुरक्षित रहेगा नया अभयारण्य

ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लौटे विलुप्त प्रजाति के जीव, 25 किलोमीटर लंबी बाड़ से सुरक्षित रहेगा नया अभयारण्य

सिडनी:
ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स स्थित दक्षिण-पूर्व फॉरेस्ट नेशनल पार्क के नुंगट्टा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल के तहत विलुप्त हो चुकी देशी प्रजातियों को दोबारा बसाने की शुरुआत की गई है। 2000 हेक्टेयर में फैले इस क्षेत्र को 25 किलोमीटर लंबी विशेष बाड़ से घेरा गया है, जो इसे बिल्लियों और लोमड़ियों जैसे शिकारी जीवों से सुरक्षित बनाएगी।

पर्यटकों के लिए यह किसी ‘जुरासिक पार्क’ जैसी रोमांचक यात्रा होगी, जहां वे वर्षों से विलुप्त समझे जा रहे छोटे मगर दुर्लभ जीवों को देखने का मौका पा सकेंगे। फिलहाल, आगंतुक केवल बाड़ के बाहर से ही भ्रमण कर सकते हैं, लेकिन वर्ष 2025 के अंत तक पार्क में प्रवेश के लिए विशेष गेट्स लगा दिए जाएंगे, जो इंसानों को अंदर जाने देंगे लेकिन शिकारी जानवरों को बाहर ही रोकेंगे।

न्यू साउथ वेल्स की नेशनल पार्क्स एंड वाइल्डलाइफ सर्विस (NPWS) ने सितंबर 2024 में यहां धुंए जैसे रंग वाले ‘स्मोकी माइस’ नामक अति संकटग्रस्त प्रजाति के चूहों की एक समूह को परीक्षण के रूप में छोड़ा था। इस प्रयास के सकारात्मक परिणाम भी मिलने लगे हैं, क्योंकि हाल ही में एक नवजात स्मोकी माउस का जन्म इस सुरक्षित क्षेत्र में हुआ है।

यह बाड़ न केवल छोटे स्तनधारियों के पुनर्वास को संभव बनाएगी, बल्कि प्राकृतिक जैव विविधता को फिर से जीवंत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। NPWS की योजना है कि भविष्य में अन्य विलुप्त या संकटग्रस्त प्रजातियों को भी इस सुरक्षित क्षेत्र में पुनः बसाया जाएगा।

संभावित लाभ:
यह प्रोजेक्ट न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन सकता है। स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी इससे प्रोत्साहन मिलेगा।

यह पहल उन सभी पर्यावरणीय प्रयासों का प्रतीक है, जो प्रकृति के खोए हुए खजाने को वापस लाने के लिए किए जा रहे हैं – और वह भी मानव और जानवरों की परस्पर सह-अस्तित्व की भावना के साथ।