इज़राइल-ईरान संघर्ष: इज़राइली हमले को लिबरल नेता ने बताया 'मानवता के लिए अच्छा', परमाणु ठिकाने को गंभीर क्षति

इज़राइल-ईरान संघर्ष: इज़राइली हमले को लिबरल नेता ने बताया 'मानवता के लिए अच्छा', परमाणु ठिकाने को गंभीर क्षति

इज़राइल और ईरान के बीच चल रहे तनावपूर्ण संघर्ष में एक और बड़ा मोड़ आ गया है। इज़राइल द्वारा हाल ही में किए गए एक घातक हवाई हमले में ईरान की एक प्रमुख परमाणु सुविधा को गंभीर क्षति पहुंची है। इस हमले के बाद राजनीतिक और कूटनीतिक हलकों में प्रतिक्रिया की बाढ़ आ गई है।

ऑस्ट्रेलिया की लिबरल पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद ने इज़राइली हमले को "मानवता के लिए अच्छा क़दम" बताया है, जिससे वैश्विक राजनीति में एक नई बहस छिड़ गई है। उन्होंने कहा कि "जब एक आतंक-प्रेरित शासन के परमाणु कार्यक्रम को रोका जाता है, तो यह केवल इज़राइल के लिए नहीं, पूरी दुनिया के लिए राहत की बात होती है।"

परमाणु ठिकाने पर हमला

सूत्रों के अनुसार, इज़राइली वायुसेना ने ईरान के नतांज़ क्षेत्र में स्थित एक अति-सुरक्षित परमाणु संयंत्र पर सटीक मिसाइल हमले किए। इस हमले में वहां मौजूद प्रमुख तकनीकी ढांचा, युरेनियम संवर्धन केंद्र और सुरक्षात्मक प्रणाली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। ईरानी सरकारी मीडिया ने हमले की पुष्टि करते हुए इसे "अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन" बताया है।

बढ़ती मौतें और तनाव

ईरान और इज़राइल दोनों की ओर से हो रहे हमलों में अब तक सैकड़ों नागरिकों और सैनिकों की मौत हो चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे संघर्ष बढ़ेगा, मृतकों की संख्या में और वृद्धि हो सकती है।

वैश्विक प्रतिक्रियाएं

जहां कुछ पश्चिमी देश इज़राइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन कर रहे हैं, वहीं रूस, तुर्की और चीन जैसे देशों ने इस हमले की आलोचना की है। भारत ने भी संयम बरतने की अपील की है और दोनों देशों से तत्काल युद्धविराम की मांग की है।