ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज को हाल ही में वेतनवृद्धि दी गई है, जिसके बाद उनका सालाना वेतन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी अधिक हो गया है। हालांकि वे देश के कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से अब भी कम वेतन पाते हैं, फिर भी वे वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक वेतन पाने वाले नेताओं में शामिल हो गए हैं।
वर्तमान में अल्बानीज को लगभग $586,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग ₹3.2 करोड़ भारतीय रुपये) सालाना वेतन मिलता है, जो जुलाई 2025 से और बढ़ने वाला है। यह बढ़ोतरी इंडिपेंडेंट रेम्यूनरेशन ट्रिब्यूनल की सिफारिश पर हुई है, जो सभी सांसदों और संवैधानिक पदाधिकारियों के वेतन की समीक्षा करता है।
हालांकि प्रधानमंत्री का वेतन उच्च है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कुछ शीर्ष न्यायिक और प्रशासनिक अधिकारियों का वेतन इससे भी अधिक है। उदाहरणस्वरूप, हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और ऑस्ट्रेलियाई रिजर्व बैंक के गवर्नर का वेतन अल्बानीज से अधिक है।
नेता | देश | अनुमानित सालाना वेतन (AUD में) |
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एंथनी अल्बानीज | ऑस्ट्रेलिया | $586,000+ |
डोनाल्ड ट्रंप (राष्ट्रपति कार्यकाल में) | अमेरिका | $0 (उन्होंने वेतन नहीं लिया) |
जो बाइडन | अमेरिका | ~$615,000 |
ऋषि सुनक | यूनाइटेड किंगडम | ~$300,000 |
नरेन्द्र मोदी | भारत | ~$45,000 |
इमैनुएल मैक्रों | फ्रांस | ~$360,000 |
वेतन वृद्धि को लेकर कुछ हलकों में आलोचना भी हो रही है, विशेषकर उस समय जब महंगाई और आवास संकट आम नागरिकों को परेशान कर रहे हैं। वहीं सरकार का कहना है कि यह समीक्षा निष्पक्ष प्रक्रिया के तहत की गई है और देश के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति की ज़िम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए यह वेतन उचित है।
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज अब दुनिया के सबसे अधिक वेतन पाने वाले नेताओं में शामिल हो गए हैं, लेकिन यह बहस जरूर बनी हुई है कि क्या यह वेतन आम जनता की अपेक्षाओं और परिस्थितियों के अनुरूप है।