ऑस्ट्रेलियाई कर्मचारियों को जल्द मिलेगा $600,000 तक का सुपरएन्युएशन बूस्ट

1 जुलाई से सुपर योगदान दर बढ़कर 12% होगी

ऑस्ट्रेलियाई कर्मचारियों को जल्द मिलेगा $600,000 तक का सुपरएन्युएशन बूस्ट

सिडनी, 30 मई 2025 — ऑस्ट्रेलियाई कर्मचारियों को उनके रिटायरमेंट फंड (सुपरएन्युएशन) में एक बड़ा फायदा मिलने जा रहा है। 1 जुलाई 2025 से अनिवार्य सुपरएन्युएशन योगदान दर 11.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत की जा रही है। यह सरकार द्वारा तय की गई अंतिम वैधानिक बढ़ोतरी है जो सभी नियोक्ताओं के लिए लागू होगी।

युवाओं को मिलेगा सबसे अधिक लाभ
एसोसिएशन ऑफ सुपरएन्युएशन फंड्स ऑफ ऑस्ट्रेलिया (ASFA) के अनुसार, वर्तमान में 30 वर्षीय व्यक्ति जिसकी सुपर में $30,000 की राशि है और जो औसतन $75,000 वार्षिक कमाता है, उसके पास रिटायरमेंट तक आज की दरों पर $610,000 तक की राशि हो सकती है। यह मौजूदा पीढ़ियों की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक है।

वर्तमान में 60 से 64 वर्ष की आयु के पुरुषों के पास औसतन $205,000 और महिलाओं के पास $154,000 की सुपर राशि होती है।

नौजवानों में बढ़ रही है जागरूकता
ASFA की रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि 18 से 34 वर्ष की उम्र के 77 प्रतिशत लोग मानते हैं कि सुपर की अनिवार्य दर कम से कम 12 प्रतिशत होनी चाहिए, जबकि 82 प्रतिशत लोगों का मानना है कि नियमित योगदान उनके वित्तीय भविष्य के प्रति भरोसा बढ़ाता है।

ASFA की सीईओ मैरी डेलहंटी ने कहा, “यह देखना उत्साहजनक है कि युवा पीढ़ी सुपरएन्युएशन को लेकर जागरूक और आश्वस्त है, जबकि आमतौर पर यह विषय उनके लिए प्राथमिकता में नहीं होता।”

रिटायरमेंट के लिए कितनी सुपर राशि चाहिए?
ASFA के मुताबिक, एक व्यक्ति को ‘आरामदायक रिटायरमेंट’ के लिए लगभग $595,000 और एक जोड़े को $690,000 की जरूरत होती है, बशर्ते वे आंशिक उम्र पेंशन भी प्राप्त कर रहे हों।

हालांकि, सुपर कंज्यूमर्स ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि एक व्यक्ति को केवल $310,000 और एक जोड़े को लगभग $420,000 की जरूरत है।

ASFA ने यह भी स्पष्ट किया है कि 12 प्रतिशत योगदान दर अपने आप में पर्याप्त नहीं है। करियर ब्रेक, बच्चों की देखभाल या गिग इकोनॉमी जैसे क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को रिटायरमेंट के लिए अतिरिक्त योजना बनानी होगी।

निष्कर्ष:
सुपरएन्युएशन में यह बदलाव न केवल कर्मचारियों की बचत को सशक्त बनाएगा, बल्कि वित्तीय आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक अहम कदम है। विशेष रूप से युवा कर्मचारियों के लिए यह अवसर है कि वे अभी से अपनी रिटायरमेंट योजना को मजबूत करें।