ऑप्टस पर $100 मिलियन का भारी जुर्माना – गरीब और असहाय ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को बेची गई अनुचित मोबाइल योजनाएं

ऑप्टस पर $100 मिलियन का भारी जुर्माना – गरीब और असहाय ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को बेची गई अनुचित मोबाइल योजनाएं

मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया | 18 जून 2025
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी ऑप्टस (Optus) पर उपभोक्ता कानून के उल्लंघन का गंभीर आरोप सिद्ध होने के बाद $100 मिलियन (लगभग 670 करोड़ रुपये) का रिकॉर्ड जुर्माना लगाया गया है।

ऑस्ट्रेलियन कम्युनिकेशन्स एंड मीडिया अथॉरिटी (ACMA) द्वारा की गई जांच में पाया गया कि ऑप्टस ने कई कमजोर और आर्थिक रूप से असहाय नागरिकों को ऐसे मोबाइल फोन प्लान बेच दिए जो वे वहन नहीं कर सकते थे। इनमें बोलने और सुनने में अक्षम एक बेघर व्यक्ति, और पहली राष्ट्र (First Nations) समुदाय के सदस्य, जिनकी पहचान या सहमति के बिना जाली हस्ताक्षर के ज़रिए अनुबंध किए गए।

ACMA प्रमुख ने कहा, "यह एक गहरी चिंता का विषय है कि ऑप्टस जैसी बड़ी कंपनी ने व्यापारिक लाभ के लिए मानवीय संवेदनाओं और उपभोक्ता अधिकारों की अनदेखी की। यह जुर्माना अन्य कंपनियों के लिए चेतावनी है कि उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी सहन नहीं की जाएगी।"

ऑप्टस ने स्वीकार किया है कि कुछ मामलों में उनके कर्मचारियों ने कंपनी की नीति का उल्लंघन किया और अनुचित तरीके से प्लान बेचे। कंपनी ने सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगते हुए कहा कि वह अपनी बिक्री प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए सुधारात्मक कदम उठा रही है।

यह जुर्माना ऑस्ट्रेलियाई इतिहास में किसी भी टेलीकॉम कंपनी पर लगाया गया सबसे बड़ा आर्थिक दंड है और यह उपभोक्ता अधिकारों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


प्रमुख बिंदु:

  • $100 मिलियन का जुर्माना ऑस्ट्रेलियन उपभोक्ता कानून के उल्लंघन पर

  • असहाय, विकलांग और आदिवासी नागरिकों को लक्ष्य बनाकर बेचे गए अनुचित मोबाइल प्लान

  • ACMA की सख्त चेतावनी – उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं

  • ऑप्टस ने मांगी माफ़ी, कहा सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे

यह मामला टेलीकॉम इंडस्ट्री में नैतिकता और जवाबदेही को लेकर नई बहस छेड़ सकता है।