सिडनी। पश्चिमी सिडनी एयरपोर्ट के पास 50 मिलियन डॉलर की लागत से विकसित होने जा रहा नया पार्कलैंड अब विवादों के घेरे में है। इस हरे-भरे क्षेत्र को लेकर विशेषज्ञों और स्थानीय अधिकारियों ने चिंता जताई है कि यह योजना हवाई सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है।
पार्कलैंड विकसित करने का उद्देश्य क्षेत्र को पर्यावरणीय संतुलन प्रदान करना और स्थानीय समुदाय को प्रकृति के करीब लाना है। लेकिन इस हरित परियोजना के चलते पक्षियों और चमगादड़ों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों के लिए खतरा बढ़ सकता है।
हवाई अड्डों के आसपास पक्षियों की अधिकता विमानों के इंजन में टकराव (बर्ड स्ट्राइक) का कारण बन सकती है, जो किसी भी विमान के लिए बेहद खतरनाक होता है। एयर ट्रैफिक से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि इस पार्क के कारण ऐसे जोखिमों में वृद्धि हो सकती है, जिससे उड़ान संचालन प्रभावित होगा।
वहीं, पर्यावरण कार्यकर्ताओं का तर्क है कि क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने और जैव विविधता को प्रोत्साहित करने के लिए यह परियोजना आवश्यक है।
सरकार इस मुद्दे पर संतुलित रुख अपनाते हुए संभावित खतरों का अध्ययन कर रही है। नागरिक उड्डयन विभाग ने संकेत दिया है कि किसी भी विकास कार्य को आगे बढ़ाने से पहले सभी सुरक्षा मानकों और प्रभावों का मूल्यांकन किया जाएगा।
यह देखना अब बाकी है कि विकास और सुरक्षा के बीच यह टकराव कैसे सुलझाया जाएगा और क्या यह पार्क परियोजना अपने मूल स्वरूप में आगे बढ़ पाएगी या इसमें बड़े बदलाव होंगे।