विपक्ष की नेता सुसन ले ने बताया नाम में बदलाव का असली कारण

विपक्ष की नेता सुसन ले ने बताया नाम में बदलाव का असली कारण

सिडनी: ऑस्ट्रेलिया की विपक्ष की नेता सुसन ले (Sussan Ley) ने आखिरकार उस रहस्य से पर्दा उठा दिया है, जो उनके नाम में 's' जोड़ने को लेकर वर्षों से बना हुआ था।

सामान्यतः “Susan” के रूप में जानी जाने वाली ले ने कुछ वर्ष पहले अपने नाम की वर्तनी बदलकर “Sussan” कर दी थी। पहले उन्होंने इस बदलाव के पीछे अंकशास्त्र (Numerology) को कारण बताया था, लेकिन अब उन्होंने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय किसी आध्यात्मिक गणना या भाग्य के भरोसे नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत पसंद और शैली की अभिव्यक्ति था।

उन्होंने कहा, "मैंने यह बदलाव इसलिए किया क्योंकि मुझे यह वर्तनी बेहतर और प्रभावशाली लगी। यह मेरे व्यक्तित्व की झलक है, न कि किसी भविष्यवाणी या अंक गणना का परिणाम।"

सुसन ले का यह बयान तब आया है जब सोशल मीडिया पर फिर से यह चर्चा शुरू हो गई थी कि क्या नाम बदलने से किसी के राजनीतिक या पेशेवर जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है।

2010 के दशक में उन्होंने यह कहा था कि नाम में बदलाव उनके जीवन में "एक नई ऊर्जा" लेकर आया है, जिससे राजनीतिक हलकों में यह अफवाह फैली थी कि शायद किसी न्यूमेरोलॉजिस्ट की सलाह पर यह बदलाव किया गया।

अब एक दशक बाद, उन्होंने इस धारणा को पूरी तरह खारिज कर दिया है।

उनके इस ताज़ा बयान से यह साफ हो गया है कि उनके नाम की वर्तनी में बदलाव कोई ज्योतिषीय या भाग्यवादी निर्णय नहीं था, बल्कि एक साधारण, लेकिन आत्मविश्वास से भरा कदम था — जो उनकी स्वतंत्र सोच और व्यक्तिगत ब्रांडिंग का हिस्सा है।

यह नाम भले ही 'सुसन' से 'सुससन' बना हो, लेकिन उनका राजनीतिक स्वर और सोच आज भी उतनी ही स्पष्ट और मुखर है।