सिडनी: ऑस्ट्रेलिया की राजनीति में बड़ा मोड़ सामने आया है। ब्रैडफील्ड सीट पर दोबारा मतगणना के बाद स्वतंत्र (टील) उम्मीदवार निकोलेट बोले (Nicolette Boele) ने जीत दर्ज की है। यह सीट अब तक लिबरल पार्टी का मजबूत गढ़ मानी जाती थी। लेकिन इस परिणाम ने नॉर्थ शोर इलाके की राजनीति को हिला दिया है।
टील मूवमेंट से जुड़ीं निकोलेट बोले की यह जीत लिबरल पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है, जो वर्षों से इस सीट पर काबिज रही है। मतगणना के बाद निकोलेट बोले को विजेता घोषित किया गया, हालांकि लिबरल उम्मीदवार की ओर से इस फैसले को अदालत में चुनौती देने की तैयारी की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, लिबरल पार्टी मतगणना प्रक्रिया और वोटों की गिनती में कथित अनियमितताओं को लेकर कोर्ट का रुख कर सकती है। इससे यह मामला राजनीतिक रूप से और भी गर्माने की संभावना है।
ब्रैडफील्ड सीट सिडनी के प्रतिष्ठित और पारंपरिक इलाकों में आती है, जहां आमतौर पर लिबरल पार्टी को भारी समर्थन मिलता रहा है। लेकिन इस बार टील उम्मीदवारों ने जलवायु परिवर्तन, पारदर्शिता और महिला अधिकारों जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया, जिससे मतदाताओं की सोच में बदलाव देखने को मिला।
अगर कोर्ट में यह मामला जाता है, तो यह ऑस्ट्रेलिया की संघीय राजनीति में एक अहम मिसाल बन सकता है। फिलहाल, निकोलेट बोले की जीत से टील आंदोलन को नई ऊर्जा और मान्यता मिली है।
(रिपोर्ट: हिंदी गौरव, सिडनी ब्यूरो)