घातक' हथियारों की भरमार: ऑस्ट्रेलिया में 4000 अवैध बंदूकें जब्त, बंदूक कानूनों में सख्ती की मांग तेज

घातक' हथियारों की भरमार: ऑस्ट्रेलिया में 4000 अवैध बंदूकें जब्त, बंदूक कानूनों में सख्ती की मांग तेज

सिडनी:
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 4000 से अधिक अवैध और घातक बंदूकें जब्त की हैं। यह कार्रवाई ऐसे समय पर हुई है जब देशभर में बंदूक नियंत्रण कानूनों को लेकर बहस तेज हो गई है और पूर्व प्रधानमंत्री जॉन हॉवर्ड के 1996 के ऐतिहासिक बंदूक सुधारों की तरह एक बार फिर व्यापक बदलाव की मांग उठ रही है।

इन जब्त हथियारों में असॉल्ट राइफल्स, शॉटगन, हैंडगन और अन्य खतरनाक हथियार शामिल हैं, जिन्हें अगर समय रहते नहीं पकड़ा जाता तो वे अपराधियों के हाथों में पहुंचकर गंभीर खतरा पैदा कर सकते थे।

सरकारी अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों ने इस उपलब्धि को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम बताया है। वहीं, सामुदायिक नेताओं और कानून विशेषज्ञों का कहना है कि अब समय आ गया है कि ऑस्ट्रेलिया अपनी बंदूक नीति की फिर से समीक्षा करे और उसे और कठोर बनाए।

पुलिस आयुक्त का बयान:
"हमने जो हथियार जब्त किए हैं, वे किसी भी समय सामूहिक हत्याओं या गंभीर हिंसक अपराधों में इस्तेमाल हो सकते थे। यह समाज की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा था।"

राजनीतिक प्रतिक्रिया:
सरकार पर अब दबाव बढ़ रहा है कि वह नए सिरे से बंदूक नियंत्रण कानूनों को लागू करे। कई सांसदों और सामाजिक संगठनों ने सरकार से अनुरोध किया है कि वह 1996 की तर्ज पर एक निर्णायक और सख्त कदम उठाए।

पृष्ठभूमि:
गौरतलब है कि 1996 में पोर्ट आर्थर नरसंहार के बाद जॉन हॉवर्ड सरकार ने एक कड़ा बंदूक नियंत्रण कार्यक्रम लागू किया था, जिसके अंतर्गत लाखों हथियार वापस लिए गए थे। अब विशेषज्ञ मानते हैं कि बदलती परिस्थितियों के बीच एक और मजबूत सुधार की आवश्यकता है।

निष्कर्ष:
अवैध हथियारों की बढ़ती संख्या और संगठित अपराध के बढ़ते खतरे को देखते हुए, ऑस्ट्रेलिया में बंदूक कानूनों पर पुनर्विचार अब केवल एक विकल्प नहीं बल्कि एक आवश्यकता बन गई है।