भारत में आर्थिक विकास के साथ-साथ एक चिंताजनक प्रवृत्ति भी देखी जा रही है – देश के सबसे अमीर लोग बड़ी संख्या में विदेश पलायन कर रहे हैं। हाल के वर्षों में यह प्रवृत्ति तेज़ हुई है, जिससे यह सवाल उठता है कि आखिर भारत के सबसे अमीर 1% लोग देश छोड़ने के लिए क्यों मजबूर हो रहे हैं। आइए इसके प्रमुख कारणों पर एक नज़र डालते हैं।
भारत में कराधान की जटिल प्रणाली और उच्च टैक्स दरें कई उच्च-आय वर्ग के लोगों को दूसरे देशों की ओर आकर्षित कर रही हैं। वेल्थ टैक्स, इनकम टैक्स और अन्य वित्तीय नियम कई बार व्यापारियों और निवेशकों को भारी पड़ते हैं। दुबई, सिंगापुर और यूरोपीय देशों जैसे कर-मुक्त या कम-कर वाले देश अमीर भारतीयों के लिए आकर्षण का केंद्र बनते जा रहे हैं।
आज की वैश्विक अर्थव्यवस्था में व्यवसायियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करना एक महत्वपूर्ण रणनीति बन गई है। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों में व्यापारिक अवसर अधिक विकसित हैं, जिससे भारत के अमीर वर्ग इन देशों में निवेश और स्थायी निवास की तलाश कर रहे हैं।
शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ और जीवनशैली के मामले में कई विकसित देश भारत से बेहतर माने जाते हैं। अमीर भारतीय अपने बच्चों की उच्च शिक्षा और परिवार के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की तलाश में विदेशों की ओर रुख कर रहे हैं। यूरोप और अमेरिका में गुणवत्तापूर्ण जीवनशैली और बुनियादी सुविधाएँ उन्हें आकर्षित कर रही हैं।
भारत में समय-समय पर आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता देखने को मिलती है। सरकार की नीतियों में अचानक बदलाव, कॉर्पोरेट टैक्स की अनिश्चितता, और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे भी अमीर वर्ग को विदेश जाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
अमेरिका, कनाडा, पुर्तगाल, माल्टा और साइप्रस जैसे देशों ने निवेश-आधारित वीज़ा और नागरिकता प्रदान करने की नीति अपनाई है। अमीर भारतीय ऐसे देशों में संपत्ति खरीदकर या निवेश करके वहाँ की नागरिकता प्राप्त कर रहे हैं, जिससे वे बेहतर अवसरों का लाभ उठा सकें।
भारत में बढ़ते अपराध, सामाजिक तनाव और सुरक्षा चिंताओं के कारण भी कई अमीर परिवार विदेश जाने का मन बना रहे हैं। विशेषकर जिनके पास बड़े व्यावसायिक साम्राज्य हैं, वे अपने परिवार और व्यवसायों की सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क रहते हैं।
बिल्कुल। जब देश के सबसे अमीर और प्रभावशाली लोग विदेश जा रहे हैं, तो यह न केवल आर्थिक दृष्टि से नुकसानदायक है, बल्कि इससे देश में निवेश और रोजगार के अवसर भी प्रभावित होते हैं। सरकार को इस पलायन को रोकने के लिए कर सुधार, व्यापार अनुकूल नीतियाँ और जीवनशैली में सुधार जैसी पहल करनी चाहिए।
भारत के सबसे अमीर 1% लोगों का विदेश पलायन कई जटिल कारणों पर आधारित है। हालांकि, अगर भारत सरकार व्यापारिक अवसरों को बढ़ावा देने, कर प्रणाली को सरल बनाने और जीवनशैली से जुड़े बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान दे, तो इस प्रवृत्ति को काफी हद तक रोका जा सकता है।