वॉशिंगटन:
अमेरिका में पोर्नोग्राफी पर बड़ा प्रतिबंध लग सकता है। रिपब्लिकन सीनेटर माइक ली (यूटा) ने एक नया विधेयक पेश किया है जिसका उद्देश्य इंटरनेट पर पोर्न सामग्री को आपराधिक घोषित करना है। इस विधेयक का नाम "इंटरस्टेट ऑब्सीनिटी डेफिनिशन एक्ट (IODA)" है।
सीनेटर माइक ली और इलिनॉय की प्रतिनिधि मैरी मिलर द्वारा पेश किए गए इस विधेयक में इंटरनेट युग के लिए "अश्लीलता" की नई परिभाषा दी गई है। विधेयक के अनुसार, वह कोई भी सामग्री जो "यौन इच्छाओं को उत्तेजित करने के उद्देश्य से वास्तविक या काल्पनिक यौन क्रियाओं को दर्शाती, वर्णन करती या प्रस्तुत करती है", उसे अश्लील माना जाएगा – विशेषकर जब उसमें कोई साहित्यिक, कलात्मक या वैज्ञानिक मूल्य न हो।
सीनेटर माइक ली ने कहा, "इस प्रकार की सामग्री अमेरिकी समाज और परिवारों के लिए अत्यंत हानिकारक है। यह कानून न केवल परिवारों की सुरक्षा करेगा, बल्कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भी सशक्त बनाएगा।"
यह विधेयक अगर पारित हो गया, तो अमेरिका में सभी प्रमुख पोर्नोग्राफी वेबसाइटों पर प्रतिबंध लग सकता है। हालांकि, इसे लेकर संविधानिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बहस शुरू हो चुकी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रस्ताव अमेरिका की इंटरनेट नीति और स्वतंत्रता पर दूरगामी प्रभाव डाल सकता है। अब देखना यह होगा कि यह विधेयक कांग्रेस में कितना समर्थन प्राप्त कर पाता है।