भारत में खेले जा रहे आईपीएल 2025 को लेकर एक बड़ा झटका सामने आया है। क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने बीसीसीआई (BCCI) को सूचित किया है कि वह अपने सभी खिलाड़ियों को 26 मई 2025 तक स्वदेश बुला रहा है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब आईपीएल 17 मई से दोबारा शुरू होने जा रहा है, और इसका फाइनल मुकाबला 3 जून को निर्धारित है।
गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण आईपीएल को एक सप्ताह के लिए स्थगित करना पड़ा था। बीसीसीआई द्वारा जारी किए गए नए शेड्यूल के बाद विदेशी खिलाड़ियों की उपलब्धता को लेकर फ्रेंचाइजियों में चिंता बढ़ गई है।
क्यों वापस बुला रहा है CSA अपने खिलाड़ी?
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने यह कदम आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की तैयारियों के चलते उठाया है, जो 11 जून से लॉर्ड्स, लंदन में खेला जाना है। दक्षिण अफ्रीकी टीम में चुने गए 20 में से 8 खिलाड़ी इस बड़े मुकाबले के लिए नामित किए गए हैं, और बोर्ड चाहता है कि ये सभी खिलाड़ी समय रहते राष्ट्रीय टीम में शामिल हो जाएं।
बीसीसीआई और फ्रेंचाइजियां कर रहीं कोशिशें
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बीसीसीआई और आईपीएल की फ्रेंचाइजियां अपने स्तर पर खिलाड़ियों से बात कर रही हैं ताकि किसी तरह से वे ज्यादा से ज्यादा समय तक लीग में खेल सकें। लेकिन अगर क्रिकेट साउथ अफ्रीका अपने फैसले पर अड़ा रहता है, तो यह आईपीएल की प्रतिस्पर्धा और गुणवत्ता दोनों पर असर डाल सकता है।
IPL में दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों की भूमिका अहम
आईपीएल 2025 के मौजूदा संस्करण में क्विंटन डी कॉक, कगिसो रबाडा, डेविड मिलर, एनरिक नॉर्खिया, मार्को यानसेन जैसे प्रमुख दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी खेल रहे हैं, जो अपनी-अपनी टीमों के लिए मैच विनर साबित हो चुके हैं। यदि ये खिलाड़ी समय से पहले वापस लौटते हैं, तो प्लेऑफ की दौड़ में लगी टीमों के लिए यह बड़ा झटका साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
दक्षिण अफ्रीकी बोर्ड का यह फैसला निश्चित रूप से बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजियों के लिए एक नई चुनौती लेकर आया है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या दोनों बोर्ड के बीच कोई समझौता हो पाता है या नहीं। फिलहाल के लिए, आईपीएल 2025 के शेष मैचों की रूपरेखा इस अनिश्चितता के बाद और जटिल हो गई है।