ऑस्ट्रेलिया की यूरोप को चुनौती: दुनिया को दिखाएं कि 'ट्रंपोनॉमिक्स' गलत है – व्यापार मंत्री डॉन फैरेल

ऑस्ट्रेलिया की यूरोप को चुनौती: दुनिया को दिखाएं कि 'ट्रंपोनॉमिक्स' गलत है – व्यापार मंत्री डॉन फैरेल

कैनबरा।
ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्री डॉन फैरेल ने यूरोपीय यूनियन (EU) से एक मजबूत और संतुलित व्यापार समझौते की अपील करते हुए कहा है कि यदि यह समझौता सफल होता है, तो यह वैश्विक मंच पर 'ट्रंपोनॉमिक्स' – यानी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संरक्षणवादी नीतियों – का स्पष्ट खंडन होगा।

फैरेल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय यूनियन के बीच लंबे समय से लंबित व्यापार समझौता, यदि पूरा होता है, तो यह एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करेगा जो दिखाएगा कि टैरिफ, संरक्षणवाद और व्यापार बाधाओं की जगह सहयोग, मुक्त व्यापार और वैश्विक एकता होनी चाहिए।

उन्होंने कहा, “हम यूरोप को यह संदेश देना चाहते हैं कि अगर हम यह समझौता करते हैं, तो यह दुनिया को यह बताएगा कि हम ट्रंप-शैली की टैरिफ आधारित सोच से सहमत नहीं हैं। हमें एक ऐसा रास्ता चुनना है जो खुले बाजारों, निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा और स्थिर आपूर्ति शृंखलाओं को बढ़ावा दे।”

हालांकि ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के बीच यह समझौता अब तक कई बार खटाई में पड़ चुका है, मुख्य कारण कृषि उत्पादों पर टैरिफ और जियोग्राफिकल इंडिकेशन (GI) जैसे मुद्दों पर असहमति रही है। लेकिन फैरेल ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही कोई सकारात्मक समाधान निकल सकता है।

विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह समझौता होता है, तो यह न केवल ऑस्ट्रेलियाई उत्पादकों को यूरोपीय बाजार तक बेहतर पहुंच देगा, बल्कि यह एक वैश्विक संदेश भी होगा कि व्यापार में संरक्षणवाद की जगह साझेदारी और पारदर्शिता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

ऑस्ट्रेलिया पहले ही ब्रिटेन, भारत और अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते कर चुका है। यूरोपीय यूनियन के साथ यह समझौता, ऑस्ट्रेलिया की वैश्विक व्यापार नीति में एक अहम कदम साबित हो सकता है।