आरबीए ने मई बैठक के बाद फिर घटाई ब्याज दरें, गृहस्वामियों को राहत

आरबीए ने मई बैठक के बाद फिर घटाई ब्याज दरें, गृहस्वामियों को राहत

सिडनी:
रिज़र्व बैंक ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया (RBA) ने मई बोर्ड बैठक के बाद एक बार फिर देश की आधिकारिक नकद दर (Cash Rate) में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है, जिससे कर्ज के बोझ तले दबे गृहस्वामियों को बड़ी राहत मिली है।

नई कटौती के बाद नकद दर अब 3.85 प्रतिशत हो गई है। यह इस मौद्रिक चक्र में दूसरी बार दरों में कटौती है—पहली कटौती फरवरी में की गई थी, जबकि अप्रैल में दरें स्थिर रखी गई थीं।

ईएमआई में संभावित कमी:
वित्तीय विश्लेषण संस्था Canstar के अनुसार, जिन लोगों ने $600,000 का होम लोन लिया है और जिसकी अवधि अभी 25 साल बाकी है, उन्हें इस कटौती से लगभग $91 की मासिक राहत मिल सकती है।

महंगाई नियंत्रण में:
आरबीए ने अपने बयान में कहा कि देश में महंगाई दर अब नियंत्रण में है और यह ब्याज दर में कटौती का मुख्य कारण रहा है। मार्च तिमाही के आंकड़े दर्शाते हैं कि महंगाई में गिरावट जारी है।

बोर्ड के अनुसार, "सालाना ट्रिम्ड मीन महंगाई दर 2.9 प्रतिशत रही है, जो 2021 के बाद पहली बार 3 प्रतिशत से नीचे आई है। वहीं हेडलाइन महंगाई 2.4 प्रतिशत पर है, जो रिज़र्व बैंक के 2–3 प्रतिशत के लक्ष्य बैंड के भीतर आती है।"

भविष्य में और कटौती संभव:
आरबीए गवर्नर मिशेल बुलॉक ने संकेत दिए हैं कि यदि महंगाई की रफ्तार धीमी बनी रही, तो आगे और दरों में कटौती संभव हो सकती है।

वैश्विक अनिश्चितता बनी हुई है:
हालांकि, आरबीए ने यह भी चेतावनी दी है कि वैश्विक आर्थिक हालात में अनिश्चितता बढ़ रही है। दुनिया भर में व्यापार नीति में बदलाव, टैरिफ (शुल्क) पर उठते सवाल, और भू-राजनीतिक तनावों के कारण वैश्विक आर्थिक गतिविधियों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।

बोर्ड ने कहा, "यदि उपभोक्ता और व्यवसाय निर्णय लेने में देरी करते हैं, तो इसका असर आर्थिक वृद्धि, रोजगार और महंगाई पर पड़ेगा।"

निष्कर्ष:
आरबीए की यह निर्णय घरेलू बाजार को राहत देने वाला है, लेकिन आने वाले समय में वैश्विक हालात और महंगाई के आंकड़े तय करेंगे कि ब्याज दरों में आगे और कितनी राहत मिल पाएगी।