ढाका/रियाद, 19 अप्रैल 2025:
बांग्लादेश की राजधानी ढाका से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें पूर्व मिस अर्थ बांग्लादेश और मॉडल मेघना आलम पर सऊदी अरब के पूर्व राजदूत को हनी ट्रैप में फंसाकर 5 मिलियन डॉलर (लगभग 43 करोड़ रुपये) की ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया गया है। इस घटना ने बांग्लादेश और सऊदी अरब के राजनयिक संबंधों में हलचल पैदा कर दी है।
ढाका पुलिस के मुताबिक, मेघना आलम, उनके सहयोगी दवान समीर और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर विदेशी राजनयिकों को सुंदर महिलाओं के जरिए फांसने की साजिश रची थी। आरोप है कि ये गिरोह राजनयिकों से नजदीकियां बनाकर, फिर उन्हें ब्लैकमेल कर बड़ी रकम वसूलने की योजना पर काम कर रहा था। इसी सिलसिले में सऊदी अरब के पूर्व राजदूत को भी निशाना बनाया गया।
पुलिस ने दावा किया है कि यह सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि इससे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति को भी खतरा पहुंचा है। पुलिस ने मेघना को 9 अप्रैल को स्पेशल पावर्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया, जो एक विवादास्पद कानून है और जिसके तहत बिना मुकदमा दर्ज किए महीनों तक हिरासत में रखा जा सकता है।
सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब गिरफ्तारी के वक्त मेघना आलम फेसबुक लाइव थीं। 12 मिनट की उस लाइव वीडियो में वह रोती हुई कहती हैं, "मैं बेकसूर हूं, पुलिस मेरे घर में घुस आई है, मेरी कोई गलती नहीं है।" यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, हालांकि बाद में डिलीट कर दिया गया।
मेघना ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि सऊदी राजदूत ने ही उन्हें शादी का प्रस्ताव दिया था, और अब सच्चाई को दबाने के लिए उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। उनके अनुसार, ये पूरा मामला एक राजनयिक साजिश है, जिसमें उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
इस विवाद के बाद बांग्लादेश और सऊदी अरब के संबंधों में तनाव की आशंका जताई जा रही है। सऊदी अरब, बांग्लादेश को बड़ी मात्रा में आर्थिक, धार्मिक और मानवीय सहायता देता है, और इस तरह की घटनाएं इन रिश्तों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं।
देशभर में यह मामला अब राजनीतिक बहस का मुद्दा बन गया है। मानवाधिकार संगठनों ने स्पेशल पावर्स एक्ट के तहत की गई गिरफ्तारी की आलोचना की है और मेघना को न्याय दिलाने की मांग उठाई है।
अब देखना होगा कि क्या इस हाई प्रोफाइल मामले में सच्चाई सामने आती है या यह भी राजनयिक और राजनीतिक ताकतों के बीच दबा दिया जाएगा।