ई-बाइक खिलौना नहीं है: नाबालिग बेटे की सड़क पर गैरकानूनी हरकत के लिए ऑस्ट्रेलियाई पिता पर $700 का जुर्माना

ई-बाइक खिलौना नहीं है: नाबालिग बेटे की सड़क पर गैरकानूनी हरकत के लिए ऑस्ट्रेलियाई पिता पर $700 का जुर्माना

क्वींसलैंड पुलिस ने एक 50 वर्षीय पिता पर $700 से अधिक का जुर्माना ठोका है क्योंकि उसने अपने 15 वर्षीय बेटे को एक संशोधित (modified) ई-बाइक चलाने की अनुमति दी थी। इस घटना ने ऑस्ट्रेलिया में ई-बाइक्स के दुरुपयोग को लेकर नई बहस छेड़ दी है, खासकर तब जब बच्चे बिना सुरक्षा और कानूनों की जानकारी के इन वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

तीन गंभीर आरोप:
पुलिस ने जिस पिता पर जुर्माना लगाया है, उस पर तीन प्रमुख आरोप लगाए गए – बिना बीमा के वाहन चलाने की अनुमति देना, खराब स्थिति वाले वाहन को चलाने देना और बिना रजिस्ट्रेशन के मोटरसाइकिल के इस्तेमाल की इजाजत देना।

पुलिस का कहना:
मैकाय व्हिटसंडे डिस्ट्रिक्ट हाईवे पेट्रोल ऑफिसर, सीनियर सार्जेंट शेन एडवर्ड्स ने कहा,

"हम देख रहे हैं कि 12 साल की उम्र के बच्चे भी हाई-पावर्ड, गैर-कानूनी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल्स चला रहे हैं, वो भी व्यस्त सड़कों पर। ये ई-बाइक्स न सिर्फ खुद चलाने वाले के लिए खतरनाक हैं, बल्कि दूसरे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती हैं।"

ई-बाइक की बढ़ती लोकप्रियता और जोखिम:
ई-बाइक अब बच्चों और युवाओं के बीच एक नया ट्रेंड बन गई है, लेकिन इनकी कीमत $2,000 तक होती है। वहीं कुछ हाई-एंड ई-बाइक की कीमत $6,000 तक भी जाती है। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई कानून के तहत ई-बाइक की अधिकतम गति 25 किमी/घंटा होनी चाहिए और इन्हें पूरी तरह से मोटर पर निर्भर नहीं होना चाहिए।

नियम उल्लंघन पर कार्रवाई:
मैकाय में साल की शुरुआत से अब तक पुलिस ने 18 से ज्यादा सड़कों पर चेकिंग की है, जिनमें 13 से 16 साल के किशोरों पर बिना रजिस्ट्रेशन, बिना लाइसेंस, बिना बीमा और बिना हेलमेट के ई-बाइक चलाने जैसे आरोपों में नोटिस जारी किए गए हैं।

सावधानी और जिम्मेदारी:
ऑस्ट्रेलियन साइकलिंग एलायंस के अध्यक्ष एड होर का कहना है कि,

“ऐसे ई-बाइक्स जो थ्रॉटल से चलते हैं और कानूनी गति सीमा से अधिक तेज हैं, उन्हें सड़कों से हटाना होगा। साथ ही ऐसे वाहनों के लिए लाइसेंस और बीमा अनिवार्य करने की जरूरत है।”

अभिभावकों के लिए चेतावनी:
सीनियर सार्जेंट एडवर्ड्स ने सख्त लहजे में कहा,

“रोड सेफ्टी हर नागरिक की जिम्मेदारी है। अगर अभिभावक अपने बच्चों को लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन या सुरक्षित वाहन के बिना सड़कों पर उतरने देते हैं, तो उन्हें भी दंड भुगतना पड़ सकता है।”

ई-बाइक अब सिर्फ एक स्टाइल स्टेटमेंट नहीं रही, यह एक गंभीर जिम्मेदारी है। कानूनों की अनदेखी न केवल जुर्माने तक सीमित है, बल्कि यह किसी की जान भी जोखिम में डाल सकती है। आने वाले स्कूल हॉलीडे में पुलिस की निगरानी और सख्त होने की उम्मीद जताई जा रही है।