सिडनी, 16 अप्रैल 2025 – ऑस्ट्रेलिया की राजनीति में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है जब विपक्ष के नेता पीटर डटन ने एक लाइव टीवी इंटरव्यू के दौरान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के हवाले से एक असत्य बयान दे दिया। इस बयान के बाद उन्हें सत्तारूढ़ लेबर पार्टी और विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा।
दरअसल, पीटर डटन ने दावा किया कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने रूस द्वारा इंडोनेशिया में सैन्य अड्डा बनाने की योजना की पुष्टि की है। जबकि इंडोनेशिया की सरकार ने स्पष्ट रूप से ऐसे किसी भी अनुरोध को खारिज कर दिया है और कहा है कि रिपोर्ट "गलत" है।
पेनी वॉन्ग ने आरोप लगाया कि डटन ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के बयान को "गढ़ा" और उन्हें "अत्यंत गैर-जिम्मेदार और खतरनाक" नेता बताया। उन्होंने कहा, "जो व्यक्ति ऑस्ट्रेलिया का प्रधानमंत्री बनने की आकांक्षा रखता है, उसके लिए यह अत्यंत गैर-जिम्मेदाराना आचरण है।"
खास बातें:
पीटर डटन ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने रूसी सैन्य अड्डे की खबर की पुष्टि की है।
पत्रकार ने जब इस पर सवाल किया तो डटन जवाब देने में हिचकिचाते दिखे।
इंडोनेशिया के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने इन रिपोर्टों को "गलत" बताया है।
रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस और पेनी वॉन्ग ने भी पुष्टि की कि इंडोनेशिया रूस को ऐसा कोई अड्डा नहीं देगा।
लेबर पार्टी का तीखा हमला
कोषाध्यक्ष जिम चालमर्स ने इस पूरे घटनाक्रम को डटन के लिए "अयोग्यता का क्षण" करार दिया और कहा कि "पीटर डटन एक खतरनाक और गैर-जिम्मेदार नेता हैं। उन्हें कभी भी ऑस्ट्रेलिया का प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए।"
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने भी डटन की आलोचना करते हुए कहा, "वो बार-बार सीमा लांघते हैं और हर मुद्दे को ज़रूरत से ज्यादा बड़ा बनाते हैं। लेकिन इस बार उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के एक महत्वपूर्ण पड़ोसी देश के राष्ट्रपति को गलत तरीके से कोट किया है, जो खतरनाक है।"
क्या था मूल विवाद?
Janes नामक अमेरिकी रक्षा वेबसाइट ने रिपोर्ट दी थी कि रूस ने इंडोनेशिया के पापुआ प्रांत में एक एयरफोर्स बेस पर अपने दीर्घ दूरी के विमान तैनात करने का अनुरोध किया है। यह स्थान ऑस्ट्रेलिया के डार्विन शहर से सिर्फ 1380 किलोमीटर की दूरी पर है।
हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि रूस ने आधिकारिक रूप से कोई अनुरोध भेजा था या नहीं, लेकिन इंडोनेशिया ने स्पष्ट किया है कि वह ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगा।
निष्कर्ष:
इस पूरे विवाद ने चुनावी माहौल को गर्म कर दिया है और विपक्ष के नेता पीटर डटन को भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह मुद्दा आने वाले हफ्तों में और राजनीतिक रूप ले सकता है।