दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति को अब एक ऐसा झटका लगा है, जो साबित करता है कि पैसा सब कुछ नहीं खरीद सकता – न तो प्यार, न स्टाइल और न ही लोकतंत्र की जीत।
हाल ही में लगभग कैमरे पर रो पड़ने वाले, अकेले और अजीबोगरीब कपड़े पहनने वाले अरबपति एलन मस्क को अमेरिका से एक और तगड़ा झटका मिला है।
करीब 476 बिलियन डॉलर (लगभग 39 खरब रुपये) की दौलत होने के बावजूद, एलन मस्क एक चुनाव नहीं जीत सके। और ये कोई मामूली चुनाव नहीं था – बल्कि यह विस्कॉन्सिन सुप्रीम कोर्ट का चुनाव था, जिसे मस्क ने पूरी तरह से अपने प्रभाव और पैसे के बल पर जीतने की कोशिश की।
उन्होंने इस चुनाव में लगभग 39 मिलियन डॉलर (करीब 325 करोड़ रुपये) झोंक दिए। यहां तक कि उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर के चेक भी बांटे। फिर भी, ट्रम्प समर्थक उम्मीदवार ब्रैड शिमेल को डेमोक्रेट समर्थित सुसन क्रॉफर्ड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा।
इस हार ने साफ कर दिया है कि अमेरिका अब एलन मस्क से ऊब चुका है। एक समय में डोनाल्ड ट्रम्प के “फर्स्ट बडी” कहे जाने वाले मस्क अब जनता और खुद ट्रम्प की नजरों में भी गिरते दिख रहे हैं।
यह चुनाव एलन मस्क के राजनीतिक प्रभाव की पहली सच्ची परीक्षा थी, और परिणाम ने यह दिखा दिया कि पैसा और सोशल मीडिया की पहुंच लोकतंत्र को खरीद नहीं सकती।
विस्कॉन्सिन चुनाव को कई राजनीतिक विश्लेषक मस्क की “वाशिंगटन में घुसपैठ” की कोशिश मान रहे थे। लेकिन इस हार ने साबित कर दिया कि अमेरिका का जनमत, अरबों डॉलर से भी बड़ा है।