रूस के दावे को ऑस्ट्रेलिया ने किया खारिज, इंडोनेशिया ने भी दी सफाई

रूस के दावे को ऑस्ट्रेलिया ने किया खारिज, इंडोनेशिया ने भी दी सफाई

सिडनी, 15 अप्रैल 2025
ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया दोनों ने उन चौंकाने वाले दावों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि रूस ने इंडोनेशिया से डार्विन के पास एक सैन्य एयरबेस पर अपने विमानों की तैनाती के लिए अनुरोध किया है।

एक प्रतिष्ठित रक्षा जर्नल Janes की रिपोर्ट के बाद यह मामला अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में आया। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रूस के सुरक्षा परिषद सचिव सर्गेई शोइगु ने फरवरी 2025 में इंडोनेशियाई रक्षा मंत्री स्जाफ़्री स्जामसोएद्दीन को एक आधिकारिक अनुरोध भेजा था, जिसमें पापुआ में मन्हुआ एयर फोर्स बेस पर अपने लंबी दूरी के सैन्य विमानों को तैनात करने की बात की गई थी। यह बेस ऑस्ट्रेलियाई शहर डार्विन से महज 1380 किलोमीटर की दूरी पर है।

हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने मंगलवार शाम स्पष्ट रूप से इस खबर को खारिज करते हुए कहा, “मैंने अपने समकक्ष स्जाफ़्री स्जामसोएद्दीन से बात की है और उन्होंने मुझे स्पष्ट शब्दों में कहा कि रूस के विमान इंडोनेशिया में तैनात किए जाने की खबरें पूरी तरह गलत हैं।”

वहीं विपक्ष के नेता पीटर डटन ने सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि अगर यह अनुरोध वास्तव में हुआ था और सरकार को इसकी जानकारी नहीं थी, तो यह एक “विनाशकारी चूक” होगी।

डटन ने कहा, “रूस के सैन्य संसाधनों का ऑस्ट्रेलिया के इतना निकट तैनात होना एक खतरनाक संकेत है। व्लादिमीर पुतिन एक तानाशाह हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए यूक्रेन पर हमला किया है।”

हालांकि, प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने रिपोर्ट को पुष्टि से पहले “अटकलें” बताया और कहा कि ऑस्ट्रेलिया-इंडोनेशिया संबंध आज जितने मजबूत हैं, उतने पहले कभी नहीं रहे।

उन्होंने कहा, “हम रूस के प्रभाव को अपने क्षेत्र में नहीं देखना चाहते और हम यूक्रेन की संप्रभुता का समर्थन करते हैं।”

प्रधानमंत्री ने यह भी जोड़ा कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में “सोच-समझकर जवाब देना जरूरी है, न कि भावनाओं में बहकर प्रतिक्रिया देना।”

यह मामला चुनाव प्रचार के तीसरे सप्ताह में सामने आया है और राजनीतिक हलकों में गर्म बहस छिड़ गई है।