छाया विदेश मंत्री डेविड कोलमैन का बड़ा बयान – “UNRWA को फंडिंग देना गलत निर्णय”

छाया विदेश मंत्री डेविड कोलमैन का बड़ा बयान – “UNRWA को फंडिंग देना गलत निर्णय”

सिडनी। छाया विदेश मंत्री और बैंक्स सीट से संघीय सांसद डेविड कोलमैन ने अल्बनीज़ सरकार पर जमकर निशाना साधा है। प्रसिद्ध पत्रकार शैरी मार्कसन से बातचीत में उन्होंने हाल ही में घोषित बजट में UNRWA (संयुक्त राष्ट्र राहत एवं निर्माण एजेंसी) को दी गई अतिरिक्त $20 मिलियन की फंडिंग को “गंभीर और गलत फैसला” बताया।

कोलमैन ने कहा, “यह बहुत सीधी बात है – यह नहीं होना चाहिए। यह वही संगठन है जिसके नौ कर्मचारी 7 अक्टूबर के हमास हमलों में संलिप्त पाए गए। इसके बावजूद, उन पर कोई आपराधिक कार्रवाई नहीं हुई। सिर्फ नौकरी से निकाल देना पर्याप्त नहीं है।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऑस्ट्रेलिया को गाज़ा में मानवीय सहायता अवश्य देनी चाहिए, परंतु UNRWA जैसे विवादित संगठन के माध्यम से नहीं।


दक्षिण चीन सागर और ऑस्ट्रेलियाई जलक्षेत्र में गतिविधियों की तुलना पर भी आपत्ति

प्रधानमंत्री अल्बनीज़ द्वारा ऑस्ट्रेलियाई नौसेना की अंतरराष्ट्रीय जल में कार्रवाई की तुलना एक चीनी अनुसंधान पोत की ऑस्ट्रेलियाई जलक्षेत्र में मौजूदगी से किए जाने पर कोलमैन ने सख्त प्रतिक्रिया दी।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री इस मुद्दे की गंभीरता को कम आंकने की कोशिश कर रहे हैं। यह वही नेता हैं जिन्हें एक वर्जिन एयरलाइंस पायलट से पता चला कि ऑस्ट्रेलिया के तट के पास लाइव फायरिंग अभ्यास हो रहा है।”


ट्रम्प प्रशासन से टैरिफ छूट के लिए प्रयासों पर उठाए सवाल

कोलमैन ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से टैरिफ छूट की मांग को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार की कोशिशों को "कमजोर" करार दिया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने कहा कि वे अधिकारियों पर निर्भर हैं – न कोई फोन कॉल, न कोई दौरा। अगर हमें छूट मिलती है तो वह हमारे मजबूत व्यापारिक तर्कों की वजह से होगी, न कि सरकार की मेहनत से।”


प्रधानमंत्री की अमेरिका नीति पर हमला – ‘ऊर्जा और परिपक्वता की कमी’

कोलमैन ने प्रधानमंत्री अल्बनीज़ की अमेरिका नीति पर सीधा हमला करते हुए कहा, “हमें दुनिया से वैसे ही संवाद करना चाहिए जैसी वह है, ना कि जैसी हम चाहते हैं। जब नेता खुद अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी कर चुके हों, तो रिश्तों में तनाव आना तय है।”

उन्होंने आगे कहा, “पीटर डटन ने ट्रंप और बाइडन दोनों प्रशासन से मजबूत संबंध बनाए और ठोस समझौते किए। यही नेतृत्व की पहचान होती है – जो मौलिक, व्यावहारिक और ऊर्जावान हो।”